Doctrine of Prospective overruling in hindi

Doctrine of prospective overruling का विकास American Judicial System में हुआ था । इस सिद्धांत के अनुसार न्यायलय द्वारा दिए गए निर्णय का प्रभाव future में होने वाली कार्यवाहियों एवं मामलो पर होगा , निर्णय का प्रभाव रेट्रोस्पेक्टिव नहीं होगा ।

हिन्दू विवाह एक संस्कार है संविदा नहीं (U.P.P.C.S.J.1992 Bihar J.1991)

प्रश्न-  हिन्दू विवाह एक संस्कार है संविदा नहीं (U.P.P.C.S.J.1992 Bihar J.1991)  उत्तर – विवाह की परिभाषा-  विवाह चाहे संस्कार हो या संविदा किन्तु इससे पक्षकारों को एक विशेष प्रास्थिति प्राप्त हो जाती है। पक्षकारों को पति तथा पत्नी की प्रास्थिति प्राप्ति हो जाती है। जैसा कि डी.एन. मजूमदार का मानना है कि विवाह संस्था का … Read more