कनकलता बरुआ

आजादी की वीरांगना कनकलता बरुआ ने गाँधी जी द्वारा प्रारम्भ किये गए भारत छोड़ो आंदोलन में भाग लिया था । वह मूलतः असम के गोहपुर की रहने वाली थी । उनका जन्म 22 दिसंबर 1924 को हुआ था । 1942 के आंदोलन के दौरान तेजपुर में मृत्यु वाहिनी दल के गठन के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी । मृत्यु वाहिनी दल ने गोहपुर के पुलिस स्टेशन पर नेशनल फ्लैग फहराने के लिए एक जुलुस निकला जिसका नेतृत्व कनकलता कर रही थी । जुलुस को रोकने के लिए पुलिस ने गोली चला दी गोली सीधे जा के कनकलता को लगी परिणामस्वरूप 20 सितम्बर 1942 को यह वीरांगना पंच तत्त्व में विलीन हो गयी ।

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